International Yoga Day 2024: डल झील के किनारे नहीं हो पाया पीएम का कार्यक्रम, SKICC के हॉल में किया योग
PM Narendra Modi on Yoga Day 2024: आज 10वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है. इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी श्रीनगर में हैं. यहां उनके योग कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव हुआ है और उन्होंने डल झील के किनारे नहीं, बल्कि SKICC के हॉल में योग किया है.
10th International Yoga Day 2024: आज दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है. साल 2015 में योग दिवस को मनाने की शुरुआत हुई थी, इस तरह से आज 10वां योग दिवस है. हर साल पीएम नरेंद्र मोदी योग दिवस को अलग-अलग जगहों पर सेलिब्रेट करते हैं. इस बार वो श्रीनगर में हैं. लेकिन वो डल झील के किनारे नहीं, SKICC के हॉल में योग कर रहे हैं.
इस वजह से हुआ जगह में बदलाव
दरअसल आज सुबह 6:30 बजे से कॉमन योग प्रोटोकॉल के तहत ये कार्यक्रम SKICC के बैकयार्ड में डल झील के किनारे शुरू होना था, लेकिन बारिश के कारण कार्यक्रम देर से शुरू हुआ. इसके कारण कार्यक्रम की जगह में भी बदलाव करना पड़ा और कार्यक्रम SKICC के हॉल में हुआ, जहां पीएम ने 50 लोगों की मौजूदगी में योग किया. अगर बारिश नहीं होती तो ये कार्यक्रम खुली जगह पर होता और इस कार्यक्रम में करीब 7000 लोग हिस्सा लेते.
#WATCH | Prime Minister @narendramodi leads a Yoga session at Sher-i-Kashmir International Conference Centre (SKICC) in Srinagar on J&K, on International Day of Yoga.#InternationalDayofYoga2024 #YogaForSelfAndSociety #YogaWithFamily #IDY2024 pic.twitter.com/z8XZfcmaKM
— Ministry of Ayush (@moayush) June 21, 2024
पीएम ने योग दिवस पर दीं शुभकामनाएं
योग कार्यक्रम में हिस्सा लेने से पहले पीएम ने लोगों को संबोधित भी किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर मुझे 'योग' और 'साधना' की धरती पर आने का अवसर मिला है. श्रीनगर में हम योग से मिलने वाली 'शक्ति' को महसूस कर सकते हैं. मैं कश्मीर की धरती से योग दिवस के अवसर पर पूरे भारत और दुनिया भर में योग करने वाले लोगों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं.
VIDEO | International Yoga Day 2024: "I have got an opportunity to come to the land of 'yoga' and 'sadhna'. In Srinagar, we can feel the 'shakti' that we get from yoga. I extend my wishes on the occasion of Yoga Day from the land of Kashmir to people performing yoga all across… pic.twitter.com/9c9yHoshm8
— Press Trust of India (@PTI_News) June 21, 2024
दुनिया योग को शक्तिशाली साधन के तौर पर देख रही है
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पीएम ने कहा कि दुनिया में योग करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. योग के प्रति उनका आकर्षण भी बढ़ रहा है. मैं जहां भी जाता हूं और जिनसे भी (वैश्विक नेताओं से) मिलता हूं, वे उत्सुकता से मुझसे योग के बारे में पूछते हैं. योग दैनिक जीवन का हिस्सा बनता जा रहा है. इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम है- 'स्वयं और समाज के लिए योग'. दुनिया योग को वैश्विक भलाई के एक शक्तिशाली साधन के रूप में देख रही है. योग हमें अतीत के बोझ से मुक्त होकर वर्तमान क्षण में जीने में मदद करता है. यह हमें खुद से जोड़ता है.
योग सिर्फ विद्या नहीं, विज्ञान है
पीएम ने कहा कि भारत में ऋषिकेश, काशी से केरल में योग टूरिज्म को क्रेज देखने को मिल रहा है. ऑथेंटिक योग ट्रेनिंग मिल रही है. लोग अपनी फिटनेस के लिए पर्सनल योग ट्रेनर रख रहे हैं. इससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बने. योग केवल विद्या ही नहीं विज्ञान है. आज सूचना संसाधनों की बाढ़ है ऐसे में एक विषय पर फोकस कर पाना मुश्किल हो रहा है. इसका निदान भी योग में है.
रक्षा मंत्री ने मथुरा में किया योग
वहीं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज मथुरा में योग किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज हम जिस ब्रज भूमि पर एकत्र हुए हैं, यह ब्रजभूमि योगेश्वर श्रीकृष्ण की भूमि है. बिहारी जी सबको प्रेम करने वाले हैं, सब को साथ लेकर चलने वाले हैं, सब के ऊपर बराबर स्नेह बरसाने वाले हैं, लेकिन इसके बावजूद वह सुदर्शन चक्रधारी हैंऔर जब-जब धर्म की हानि हुई है, तब-तब उन्होंने सुदर्शन चक्र का भी प्रयोग किया है. कभी-कभी ऐसी स्थिति आ जाती है, जहां अपनी रक्षाके लिए, अपनी सभ्यता की रक्षा के लिए, अपने मूल्यों की रक्षा के लिए ‘attack is the best defence’ का formula काम करता है.
इसलिए देश की सुरक्षा की जब बात आती है, तो आक्रामक क्षमता रखने वालों का बड़ा महत्व होता है. भारत दुनिया भर में इस बात के लिए जाना जाता है, कि हमने दुनिया के किसी देश पर आक्रमण नहीं किया, हम हमेशा विस्तारवादी साम्राज्यवादी नीतियों के खिलाफ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भारत के पास यह क्षमता है, कि यदि भारत की संप्रभुता को आघात पहुंचाया गया, तो भारत पुरजोर जवाब देने में भी सक्षम है.
कभी-कभी ऐसी स्थिति आ जाती है, जहां अपनी रक्षाके लिए, अपनी सभ्यता की रक्षा के लिए, अपने मूल्यों की रक्षा के लिए ‘attack is the best defence’ का formula काम करता है। इसलिए देश की सुरक्षा की जब बात आती है, तो आक्रामक क्षमता रखने वालों का बड़ा महत्व होता है: श्री @rajnathsingh
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) June 21, 2024
09:43 AM IST